10 बुरी आदतें जिन्हें आज ही छोड़ देना दें। – 10 Bad Habits You Need to Quit Right Now in Hindi :
हम सभी में अच्छी व बुरी दोनों तरह की आदतें होती हैं। अच्छी आदतें हमें बेहतर बनाती हैं, हमें ऊंचा उठती हैं और हमारे विकास के लिए भी जिम्मेदार होती हैं। जबकि बुरी आदतें (Bad Habits) हमारा नुकसान करती हैं, हमें नीचे धकेलती हैं, कभी कभी इनकी वजह से हम बुरा महसूस करने लगते हैं।
बुरी आदतें हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छे नहीं होते। इसके अलावा यह हमारे समय और ऊर्जा को भी नष्ट करते हैं। आज के लेख में हम ऐसी ही कुछ आदतों के बारे में बता रहे हैं, जो हमारे लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। एक अच्छी जीवनशैली के लिए हमें इन आदतों से किनारा कर लेना ही अच्छा रहता है। तो आइए जानते हैं। – 10 Bad Habits to Stop in Hindi
10 बुरी आदतें जो आपको जल्दी ही छोड़ देना चाहिए। – Bad Habits to Stop in Hindi
1. अपनी तुलना दूसरे से करना।
“Comparison is the Thief of Joy”
-Theodore Roosevelt
इस आदत का सबसे ज्यादा नकारात्मक प्रभाव हमारे मानसिक स्वास्थ्य, हमारे आत्मविश्वास, जीवन की खुशियों और आनंद पर पड़ता है। जब आप अपनी तुलना दूसरे लोगों से करते हैं तो आपको अपनी खुद की क्षमताओं पर संदेह होने लगता है। आप अपनी उपलब्धियों को कम मानने लगते हैं, जिससे आपकी खुशी कम हो जाती है और आप कम हर्षित महसूस करते हैं।
इससे हम खुद को हीन समझने लगते हैं जो हमारे विकास में एक बहुत बड़ी बाधा है। आपके पास जीवन में एक अलग रास्ता है, जबकि अन्य लोगों का रास्ता अलग है। हर व्यक्ति के जीवन की यात्रा अलग-अलग है, हमारी क्षमताएं अलग हैं, हमारे अनुभव और ज्ञान भी एक दूसरे से भिन्न हैं, तो हम क्यों अपनी तुलना दूसरों से क्यों करें।
जब आपकी खुशी और संतुष्टि की भावना दूसरों से खुद की तुलना करने से मिलती है, तो आप अपने उस खुशी के मालिक नहीं हैं। इसलिए वास्तव में यह बहुत जरूरी है कि अपने मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा बनाये रखने और आनंदपूर्ण जीवन के लिए दूसरों से खुद की तुलना बंद कर देनी चाहिए।
इसे भी पढ़ें : सफल जीवन के लिए 10 अच्छी आदतें।
2. बातचीत के दौरान बार-बार फोन देखना।
आजकल लोगों में यह आदत देखने को मिलती है कि जब वे किसी व्यक्ति से बात कर रहे होते हैं तो बीच-बीच में अपना फोन देखते हैं, नोटिफिकेशन चेक करते हैं, जो कि एक अच्छी आदत नहीं है। (It’s bad habits) इससे हम यह प्रदर्शित करते हैं कि हममें आत्मविश्वास की कमीं है, बातचीत दिलचस्प नहीं है या हम बातों पर पूरी तरह ध्यान नहीं दे रहे हैं।
साथ ही ऐसा करने से आपकी वार्तालाप भी बाधित होती है। इसलिए जब आप किसी से बातचीत कर रहे हैं तो अपना पूरा ध्यान, ऊर्जा बातचीत पर ही केंद्रीत करें। इस तरह आप पाएंगे कि जब आप उनमें खुद को पूरी तरह केन्द्रीत करते हैं तो आपकी बातचीत ज्यादा दिलचस्प, सुखद और ज्यादा प्रभावी होती है।
3. देर रात बेड पर लेटकर फोन, लैपटॉप का इस्तेमाल करना।
यह एक बड़ी बात है कि ज्यादातर लोगों को उनके नींद और प्रोडक्टिविटी के नुकसान का एहसास भी नहीं होता है। नीली रोशनी आपके मूड, ऊर्जा स्तर और नींद की गुणवत्ता के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सुबह के समय सूर्य की रोशनी में यह नीली रोशनी ज्यादा होती है।
जब यह हमारे आंखों के संपर्क में आते हैं तो नींद लाने वाले हार्मोन्स मेलाटोनिन के उत्पादन को रोक देते हैं और आपको ज्यादा एक्टिव महसूस कराते हैं। दोपहर के बाद यह कम हो जाता है, जो शरीर में मेलाटोनिन का उत्पादन करने और नींद लाने में सक्षम बनाती हैं।
जब हम रात में फोन इस्तेमाल करते हैं तो इससे निकलने वाली ब्लू लाइट मेलाटोनिन के उत्पादन को बाधित करता है, जो आपके नींद पूरा होने और नींद की गुड़वत्ता में बाधा उत्पन्न करता है। क्योंकि शाम में हमारा मस्तिष्क इस प्रकार की लाइट की आशा नहीं करता। इसलिए रात में डिनर करने के बाद इन उपकरणों से दूरी बनाएं।
4. बुरे दोस्तों या लोगों के बारे में सोचना बंद करें।
हम सब हमेशा अच्छे और बुरे लोगों के साथ घिरे होते हैं, उनमें से कुछ तो हमारे साथ ही रहते हैं, हमारे बीच जैसे हमारे कुछ बुरे दोस्त, पड़ोसी या कोई परिचित। इस प्रकार के लोग हमारे जीवन में धीरे-धीरे जहर घोलते हैं और हमें इसका एहसास तक नहीं होता, और ये हमें नीचे गिरा देते हैं, बहुत नीचे।
जब आप किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में सोचते हैं तो आपको गुस्सा आता है, आपका खून खौलता है और आप मानसिक रूप से आहत होते हैं। इसलिए यह बहुत ही जरूरी है कि आप ऐसे लोगों को पहचान कर उनसे दूरी बनाकर रखें। उनके बारे में सोचना बंद कर दें।
क्योंकि इस तरह के लोग आपको हमेशा नीचा दिखाने की कोशिश करते रहते हैं, मौका मिलने पर आपकी आलोचना करते हैं। समस्या का हल देने के बजाय समस्याओं में उलझाते हैं। ऐसे लोगों के बारे में सोचना बंद करें जो आपका पैर खींचते हैं। उन पर और उनकी बातों पर ध्यान दिए बिना आगे बढ़ते रहें।
5. पूरी नींद न लेना। – Bad Habits in Hindi
आजकल लोगों में देर से सोने की आदत हो गयी है। सुबह समय पर ऑफिस या स्कूल जाने के लिये जल्दी उठना पड़ता है, जिसकी वजह से नींद पूरी नहीं होती। एक सामान्य व्यक्ति के लिए 6 से 8 घंटे की नींद पर्याप्त होती है।
लेकिन अगर आपकी नींद पूरी नहीं होती तो दिन में कई समस्या का सामना करना पड़ता है जैसे आप थका हुआ महसूस करते हैं, बार-बार नींद आती है, ज्यादा गुस्सा आता है, और आप किसी भी काम पर फोकस नहीं कर पाते हैं जिससे आपकी प्रोडक्टिविटी कम हो जाती है।
कम नींद लेने की आदत से शरीर में कई बीमारियां उत्पन्न होने लगती हैं जैसे मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज आदि। कम सोने से आपकी याददाश्त भी कमजोर होने लगता है और निर्णय लेने की क्षमता धीरे-धीरे कम हो जाती है।
6. तनाव के बीच खाना- Stress Eating
तनाव, निराशा और उदासी से बचने के लिए लोग कई तरीके अपनाते है, इन्हीं में से एक है खाना। कुछ लोगों को तनाव होने पर खाने का मन करता है, ऐसे में वे मीठा, चटपटा या जंक-फूड खाना पसंद करते हैं। एक-दो बार के लिए तो सही है लेकिन तनाव से बचने के लिए ‘खाना’ लंबे समय में लाभदायक नहीं होता।
तनाव या उदासी में इस प्रकार का शॉर्ट-टर्म उपाय कुछ देर के लिए आपको राहत दे सकता है, लेकिन स्ट्रेस ईटिंग की यह आदत आपके वजन को बढ़ाता है, साथ ही अन्य स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
इसके बजाय तनाव से राहत पाने के लिए दूसरे तरीके अपनाएं जैसे- आप मेडिटेशन कर सकते हैं या बाहर घूमने जाएं और प्रकृति के बीच कुछ वक्त बिताएं, इसके अलावा किताबें पढ़ना, लिखना या कुछ भी ऐसा जो अच्छा महसूस कराये। अपने उस तरीके को खोज लें जो आपके लिए सबसे अच्छा है।
7. अपनी ऊर्जा का सही मैनेजमेंट न करना – Bad Energy Management
सोचिए अगर आप पूरे दिन खुश और ऊर्जावान रहें तो क्या होगा? क्या आप कम समय में ज्यादा प्राप्त कर सकते हैं? क्या आप ज्यादा प्रोडक्टिव होंगे? हां या नहीं, वास्तव में हां, ऐसा ही होगा।
तो अब सवाल यह है कि कैसे हम अपनी ऊर्जा का सही मैनेजमेंट कर सकते हैं, जिससे यह हमेशा चरम पर रहे न कि रोलर कॉस्टर की तरह उप एंड डाउन करता रहे। क्योंकि यह समस्या ज्यादातर लोगों के साथ होती है। लोग ऊर्जा के इस तरह के उतार चढ़ाव का सामना पूरे दिन करते हैं।
इसके लिए आपको स्वयं को देखना होगा, अपनी सेहत पर नजर रखना होगा। जैसे आप अपनी कार या बाइक को देखते हैं, मेंटेनेंस करते हैं, उसे सही ईंधन देते हैं। इसी तरह आप अपने शरीर को सही पोषण दें, जिम जाएं और व्यायाम करें, बाहर घूमने जाएं जॉगिंग करें जिससे आपका हृदय ठीक से पम्प कर सके।
प्रतिदिन इस प्रकार के छोटे प्रयासों से आप पाएंगे कि आपकी ऊर्जा बढ़ गई है। दिन की ऊर्जा का उतार चढ़ाव अब कम हो गया है और आप अपनी ऊर्जा का सही मैनेजमेंट करने के सक्षम हो जाएंगे।
8. जंक फूड का अधिक सेवन
हम सभी जानते हैं कि जंक फूड सेहत के लिए सही नहीं है लेकिन फिर भी, क्या हम इसे खाने से बचते हैं? यदि आप प्रत्येक दिन या सप्ताह में दो-तीन बार भी इस प्रकार का भोजन करते है, तो आपके शरीर को खतरा है।
फास्ट फूड में बहुत अधिक मात्रा में चीनी, कार्बोहाइड्रेट, वसा और मसाले होते हैं। यदि आप अक्सर जंक फूड का सेवन करते हैं, तो आपको मोटापा, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल, हृदय की समस्याएं और कई समस्याएं हो सकती हैं।
जंक फूड स्वाद देने के अलावा किसी भी प्रकार से लाभकारी नहीं होता, इसलिए आपको इस तरह का खाना खाने से बचना चाहिए और ऐसे आहार को अपने डाइट में शामिल करना चाहिए जो पौष्टिक हो और ऐसी किसी भी समस्या का कारण न हो।
9. देर तक सोशल मीडिया पर स्क्रॉलिंग
आज के समय में यह समस्या बहुत ही बड़ी बन चुकी है। बिना मोबाइल फोन के कुछ मिनट बिताना भी लोगों के लिए बहुत मुश्किल हो गया है। लोग घंटो सोशल मीडिया पर स्क्रॉलिंग करते हुए अपना बहुमूल्य समय नष्ट कर देते हैं। मैं यह नहीं कहता कि इसमें कोई बुराई है या आपको इसे पूरी तरह बंद कर देना चाहिए।
यह सब आप पर निर्भर करता है। हर चीज में अच्छाइयां होती हैं, लेकिन कुछ कमियां भी होती हैं। यदि आप सोशल मीडिया का इस्तेमाल अपने बिज़नेस या अन्य कार्यो में करते हैं तो सही है। लेकिन अगर आप बिना किसी उद्देश्य के देर तक इस पर समय गुजारते हैं तो यह आप पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। यह आपके बहुमूल्य समय को चुराता है।
ऐसे में आपको इस आदत को बदल देना चाहिए। दिन में अलग से इसके लिए समय निकाल सकते हैं और टाइमर सेट कर सकते हैं, जितने देर के लिए इसे इस्तेमाल करेंगे। इससे अपने दूसरे जरूरी कार्यो के साथ ही सोशल मीडिया का भी सही उपयोग कर पाएंगे।
10. मल्टीटास्किंग करना
बहुत से लोग सोचते हैं कि वे एक साथ कई कामों को करने में माहिर हैं, लेकिन यह सही नहीं है। वैज्ञानिकों ने अपने शोध में पाया है कि केवल 2 प्रतिशत पॉपुलेशन ही प्रभावी रूप से मल्टीटास्किंग करने में सक्षम है।
हम में से बहुत से लोग हैं जिनमें मल्टीटास्किंग करने की खराब आदत (Bad Habits) है। लेकिन आपको जानना चाहिए कि ऐसा करने से हम एक भी काम पर पूरी तरह से फोकस नहीं कर पाते हैं। और लंबे समय में देखें तो यह हमारी प्रोडक्टिविटी को भी कम करती है।
इसके अलावा यह आदत आपके दिमाग को प्रभावित करती है, आपके ब्रेन को डैमेज करती है। इसलिए मल्टीटास्किंग की आदत को अवॉयड करें और एक समय में एक ही काम करें।
10 बुरी आदतें जिन्हें आज ही छोड़ देना दें। – Bad Habits in Hindi
निष्कर्ष:
यह है 10 बुरी आदतें (10 Bad Habits) जो ज्यादातर लोगों में होती हैं। इनका प्रभाव हम एक दिन में ही नहीं देख पाते, यह धीरे-धीरे हमारे जीवन को प्रभावित करती हैं। जब हमें इसका एहसास होता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। इसलिए इन पर जितनी जल्दी नियंत्रण पाया जाए उतना ही अच्छा है।
इन बुरी आदतों को तोड़ने के लिए आत्म-नियंत्रण का अभ्यास करके, अपनी इच्छाशक्ति और नियमित अभ्यास से आप इन बुरी आदतों को समाप्त कर सकते हैं जो आपके करियर को और आपको आगे बढ़ने से रोकती हैं।
आपमें ऐसी कौन सी आदत (Bad Habits) है जिससे आप छुटकारा पाना चाहते हैं, हमें कमेंट में लिख कर बता सकते हैं। आपको यह लेख कैसा लगा हमें कमेंट में लिख कर जरुर बताएं।
धन्यवाद।