जीवन में संतुलन कैसे बनायें? – How to Create Balance in Life in Hindi : घोड़े पर सवार एक आदमी सरपट दौड़ लगाता है। ऐसा मालूम पड़ रहा है कि वह कहीं महत्वपूर्ण स्थान पर जा रहा है। सड़क के किनारे खड़ी एक महिला जोर से आवाज लगाती है, “कहां जा रहे हो?” आदमी जवाब देता है, “मुझे नहीं पता, घोड़े से पूछो।”
“हममें से कई लोगों के लिए, यह हमारे जीवन की हर रोज की कहानी है। क्योंकि हम सभी अपने परिवार, घर, दोस्ती, स्वास्थ्य और काम की सभी प्रतिस्पर्धी मांगों को पूरा करने के लिए दौड़ लगाते हैं। मानों सड़क का कोई अंत ही न हो, गंतव्य स्थान का कुछ भी पता नहीं, बस चलते जाना है। क्या इस प्रकार का जीवन “जीना” उचित है।”
दोस्तों मेरा मानना है कि हम सब के जीवन में कुछ पल का ठहराव तो होना ही चाहिए। ताकि हम देख पाएं कि हम जो कर रहे हैं, क्या वह उचित है भी या नहीं? कहीं ऐसा तो नहीं कि जिस चीज की चाह में हम दौड़ लगा रहें है, जिस खुशी, जिस जीवन की अपेक्षा हम करते हैं। जाने-अनजाने में वह हमसे पीछे छूट गया हो, और हमें इस बात का एहसास तक न हो।
हेल्लो दोस्तों आज के इस लेख में हम आपके साथ इसी विषय से संबंधित चीजों के बारे में बात करने वाले हैं कि, क्या कारण है जिसकी वजह से हम सब अपने जीवन में संतुलन की तलाश कर रहे हैं?
और कैसे हम अपने जीवन में बेहतर संतुलन बनाए रख सकते हैं? (How to Create Balance in Life) तो चलिए जानते हैं- “जीवन में संतुलन के लिए 7 आसान उपाय” (Easy Steps to better balance in Life) जो आपको आपके जीवन में संतुलन बनाने में मदद कर सकते हैं।
जीवन में संतुलन या सतुलित जीवन का अर्थ क्या है? What does it mean to have a balanced life in Hindi
जीवन में संतुलन बनाने के तरीकों को जानने से पहले हम समझते हैं कि संतुलित जीवन का अर्थ क्या है?
संतुलित जीवन (Balanced Life) का अर्थ है जीवन के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं जैसे – रिश्ते, कामकाज, स्वास्थ्य, फिटनेस और Emotional Well-Being को ध्यान में रखते हुए चलना। हम सभी निरंतर अपने काम और पारिवारिक जिम्मेदारियों में उलझे रहते हैं। यह जरूरी भी है, लेकिन साथ में अपने लिए भी समय निकालना जरूरी है। ताकि आप अपनी सभी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा सकें।
दिन भर में आपकी सारी बैटरी खत्म हो जाती हैं। आप पूरी तरह डिस्चार्ज हो जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपने शरीर को शारीरिक और मानसिक रूप से रिचार्ज करें और हर दिन कुछ समय खुद के साथ बिताने का आनंद उठाएं। जिससे आपकी खुशी और क्रिएटिविटी को बढ़त मिल सके।
और पढ़ें: सोने से पहले करें ये 12 काम, बनेंगे सफल और खुशहाल
कैसे जानें कि आपके जीवन में संतुलन बिगड़ गया है? Four Signs your Life May Be Out of Balance
सामान्य तौर पर Unbalanced Life के कई लक्षण हो सकते हैं। लेकिन यहां पर हम आपको चार प्रमुख संकेतों (Signs) के बारे में बता रहे हैं, जिसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि आपके Life का Balance खो गया है। आपके जीवन में संतुलन की आवश्यकता है।
- आपकी दैनिक “To do List” आवश्यकता से अधिक लंबी है।
- आपको महसूस होता है कि आप हमेशा रहते व्यस्त हैं, लेकिन लगता नहीं कि आप कुछ भी हासिल कर रहे हैं।
- आप हमेशा बर्नआउट की अनुभव करते हैं। साथ ही सिरदर्द, थकान, व अन्य शारीरिक और मानसिक समस्याओं से घिरे रहते हैं।
- आपको ऐसा भी लग सकता है कि अपना जीवन नहीं जी रहे हैं। यानी आप किसी और के शेड्यूल के हिसाब से काम कर रहे हैं और अपनी Direction खो चुके हैं।
जीवन में संतुलन कैसे बनायें? – How to Create Balance in Life in Hindi
वास्तव में अगर हम देखें तो जीवन में पूर्ण संतुलन पाना असंभव है। लेकिन फिर भी निरंतर प्रयास और चीजों को ठीक ढंग से व्यवस्थित करके चलने से हमें बहुत अधिक राहत मिलती है। आइए जानते हैं वो 7 Simple तरीके, जो आपके जीवन (Life) को संतुलित (Balance) करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
जीवन में संतुलन के लिए 7 आसान उपाय – 7 Simple Ways to Find Better Balance in Life in Hindi
1. अपने आप पर ज्यादा कठोर होना बंद करें।
मुझे पता है कि आप अपने जीवन की हर एक जिम्मेदारियों को निभाने में अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं। लेकिन फिर भी आपके लिए यह महसूस करना काफी आसान होता है कि आप सब कुछ गड़बड़ कर रहे हैं।
और यह सोचना भी कि आप एक अच्छे जीवनसाथी, अच्छे माता/पिता, मित्र या कर्मचारी नही हैं। इसलिए आप आत्म निर्णय (Self-judgment) करना बंद करें। अपने बारे में कुछ भी गलत सोचना बंद कर दें।
जब आप आत्म-निर्णय को रोक कर निष्पक्ष रूप से देखते हैं, तो आप अपने बारे में जितना सोचते हैं उससे बेहतर काम कर सकते हैं। और कुछ छोटे बदलावों के साथ, आप और भी बेहतर कर सकते हैं।
2. सबसे पहले अपना खुद का ऑक्सीजन मास्क लगाएं।
हवाई यात्रा के दौरान विषम परिस्थितियों में आपको दूसरों की मदद करने से पहले अपना खुद का ऑक्सीजन मास्क लगाने की सलाह दी जाती है।
तात्पर्य यह है कि यदि आप स्वयं की देखभाल नहीं कर रहे हैं, तो उन लोगों की मदद करने और अपने कार्य में सर्वश्रेष्ठ देने के लिए आवश्यक ऊर्जा प्राप्त करना चुनौतिपूर्ण है।
हम सभी जानते हैं कि कुछ चीजें हमारे लिए सही नहीं है जैसे- धूम्रपान, शराब पीना, व्यायाम न करना, खराब खानपान, अपर्याप्त नींद आदि। लेकिन हम जो जानते हैं और जो करते हैं उसके बीच का अंतर बहुत व्यापक है।
इस अंतर को कम करें। कुछ पल ठहर कर अपने शरीर को जांचे और देखें कि यह आपको क्या खाने के बारे में बताने की कोशिश कर रहा है। और क्या यह पर्याप्त व्यायाम और नींद ले रहा है? क्योंकि एक अच्छी रात की नींद आपको अगले दिन ” आराम, मानसिक तंदुरुस्ती और ताजगी” पुरस्कृत करती है।
जब आप थका हुआ और व्याकुल महसूस करते हैं, तो आप झटपट और आसानी से तैयार खाने (आमतौर पर सिंपल कार्बोहाइड्रेट और मीठे युक्त चीजों) को अधिक प्राथमिकता देते हैं।
लेकिन यदि आप अधिक फल, साबुत अनाज और सब्जियां खाते हैं तो आपके पास अधिक ऊर्जा होगी।
व्यायाम भी सबसे अच्छी चीजों में से एक है जो आप अपनी मदद के लिए कर सकते हैं। यह आपके शरीर में उन रसायनों और हार्मोन्स के श्रावण को बढ़ावा देता है जो आपको अधिक स्पष्ट रूप से सोचने में मदद करता है। साथ ही तनाव और उम्र बढ़ने के प्रभावों को दूर रखता है।
3. स्मार्ट-वर्क करें।
काम और दैनिक जीवन के बीच एक उपयुक्त संतुलन खोजना दुनिया भर के कामगारों के सामने एक चुनौती है। नियमित रूप से लंबे समय तक काम करना, भोजन छोड़ना, तनाव महसूस करना, और काम पर कॉल और ईमेल के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहना स्वास्थकर नहीं है।
यह आपको अपने परिजनों के साथ चिड़चिड़ा और तनावग्रस्त बनाता है और आपकी Well-being को नुकसान पहुंचाता है। कुछ चीजें हैं जो आप ” चीजों को बेहतर तरीके से काम करने” के लिए कर सकते हैं और अपने काम के घंटो पर नियंत्रण ला सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि काम पर आपको अपनी आदतों के बारे में पता होना चाहिए।
- क्या आप ज्यादा समय तक काम कर सकें इसके लिए ऑफिस में देर तक रुकते हैं क्योंकि आप दिन के दौरान कुछ समय खराब कर देते हैं?
- क्या आप अपने Workplace को स्वच्छ, साफ-सुथरा, आरामदायक, व्यवस्थित और डिस्ट्रैक्शन फ्री Organize किया है?
- क्या आप यह चेक करते हैं कि आप अपनी उच्च प्राथमिकता वाले कार्यों पर ध्यान दे रहे हैं या समय खराब करनी वाली गतिविधियों की ओर भटक गए हैं?
- क्या आप मल्टी-टास्किंग की बजाय एक बार में एक ही काम कर रहें हैं?
- क्या आप अपने सबसे मुश्किल काम को हाई-एनर्जी पीरियड में कर रहे हैं या दिन के अंत के लिए छोड़ रहे हैं? जब आपकी सारी ऊर्जा खत्म हो जाती है।
अपने आप से यह सवाल करें और देखें, आप कहाँ गलती कर रहे हैं। फिर इनमें आवश्यक सुधार करें। आपको अपने भीतर मौजूद काम करने की सभी खराब आदतों को एक बार में बदलने की आवश्यकता नहीं है। एक बार में एक को चुनें, छोटी शुरुआत करें और चलते रहें।
4. काम के अलावा बाहरी शौक भी रखें।
जब आप अपने काम के साथ-साथ अपने पसन्द की अन्य चीजों में भी रुचि रखते हैं तो आप ज्यादा बेहतर और आनंदित महसूस करते हैं। यह आपको ऊर्जावान बनाता है, आपको दिन के अंत में आगे कुछ रोचक चीजें करने और देखने के लिए देता है, और आपको एक अधिक दिलचस्प व्यक्ति बनाता है।
यदि आपका एकमात्र फोकस काम ही है, तो आप जो ऊर्जा अपने काम में देते हैं, उसकी भरपाई कहां कर रहे हैं? क्या आप इसकी पूर्ति कर पा रहे हैं या आप प्रतिदिन अपने आप का एक कमजोर रूप बनते जा रहे हैं।
इसलिए जरूरी है कि सिर्फ काम की बजाय अपने पसंदीदा शौक और हॉबी को भी साथ लेकर चलें और आनंदित रहें।
5. सीमाएं निर्धारित करें। Boundaries for Better Balance in Life
यदि आप खुशहाल और एक Balance Life का आनंद चाहते हैं तो आपको अपने Personal और Professional Life में सीमाएं रखना बेहद जरूरी है। यह बहुत ही Helpful होता है यदि आपके द्वारा की जाने वाली चीजों के बीच स्वस्थ सीमाएं हैं। यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे आप अपनी सीमाओं का प्रबंधन कर सकते हैं।
प्रथम दृष्टिकोण: पहला तरीका यह है कि आपके जीवन का एक हिस्सा हमेशा पहले आता है। इसमें लोग काम और व्यक्तिगत जीवन में से किसी एक को अधिक प्राथमिकता देते हैं। यानी इसमें ऐसे व्यक्ति आते हैं, जो अपने निजी जीवन में भी ऑफिस के काम को आने देते हैं। ये लोग परिवार के साथ लंच के दौरान भी काम से संबंधित के फोन कॉल्स को रिसीव कर लेते हैं।
लेकिन ऑफिस में काम के घंटो के दौरान निजी कॉल्स को रिसीव नहीं करते है। अर्थात ये अपने काम को अधिक प्राथमिकता देते हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो पारिवारिक प्रतिबद्धता के लिए काम रोकने की अनुमति रहती है। लेकिन काम से परिवार के साथ बिताने वाला समय कभी बाधित नहीं होता है। ये लोग काम की बजाय निजी जीवन को पहले रखते हैं।
दूसरा दृष्टिकोण: यह मिश्रण और विलय दृष्टिकोण है जहां सीमाओं को जानबूझकर पार किया जाता है। आप किसी काम के सहयोगी से परिवार के BBQ के लिए पूछ सकते हैं। या आप अपने दिन के कार्यो को अपने निजी और पारिवारिक टाइम के साथ मिलाकर रखते हैं।
जैसे- ऑफिस का काम घर ले जाकर करना या छुट्टी के दिन कुछ घंटे काम के लिए देना औऱ बाकी बचा हुआ समय खुद के लिए या परिवार के साथ बिताना। इस तरह के लोगों के जीवन में काम और निजी जीवन में से किसी की भी स्पष्ट प्राथमिकता नहीं होती।
तीसरा दृष्टिकोण: यह तरीका काम और निजी जीवन को मैनेज करने का सबसे आदर्श तरीका है। जो लोग यह तरीका अपनाते हैं वे अपने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के बीच अलग-अलग सीमाएं रखते हैं। जब काम करने का समय होता है तो पूरी तरह काम पर ध्यान दिया जाता है। लेकिन जब आप अपने परिवार के साथ या खुद के साथ समय बिता रहे हैं तो उस बीच आपका काम आड़े नहीं आता है।
इस तरीके को सफल बनाने के लिए आपको अपने वर्क-लाइफ और पर्सनल लाइफ के बीच सीमाएं बनाना होगा और इसे लागू करने की जिम्मेदारी भी लेनी होगी। यह तरीका सफल नहीं होगा यदि आप काम से संबंधित फोन कॉल्स और ईमेल के आने पर उनका उत्तर देने में ‘परिवार के साथ बिताने वाले समय’ को खर्च करते हैं।
6. “Reset” बटन का प्रयोग करें। – To Find Better Balance in Life Use Reset Button
जीवन में संतुलन के लिए क्या करना चाहिए? शोधकर्ताओं ने यह सवाल जब कई बड़े सीईओ के परिवार वालों से जानना चाहा, तो उनके जो जवाब मिले वह बहुत ही आश्चर्यजनक थे। उनके परिवार वाले सीईओ के साथ ज्यादा समय नहीं चाहते थे, लेकिन वे चाहते थे कि उनके साथ बिताया गया समय खुशी का समय हो।
यानी उनकी प्राथमिकता ज्यादा “टाइम देना” नहीं बल्कि “क्वालिटी टाइम बिताना” थी। परिवार वालों को यह पसंद नहीं आया जब उनके प्रियजन काम के टेन्शन को घर ले आए।
यहीं पर ‘रीसेट बटन’ आता है। इसके दो चरण होते है और आप इसे अपनी गतिविधियों (जैसे काम और घर) के बीच की जगह में दबाते हैं।सबसे पहले, अपने आप से पूछकर अपने दिन की समीक्षा करें कि क्या अच्छा हुआ, आप क्या बेहतर कर सकते थे और आपने क्या बेहतर सीखा।
दूसरी चीज जो आप करते हैं वह है ‘रीसेट’। घर पहुंचने से पहले थोड़ा रुके और खुद से सवाल पूछें और यह चुनें की आप कौन होंगे जब आप दरवाजे से चलेंगे। क्या आप वह व्यक्ति बनने जा रहे हैं जो प्रियजनों को देखकर खुश और उत्साहित है या वह व्यक्ति जो काम की टेंशन को घर लाने और उन पर फेकने जा रहा है? रीसेट बटन आपके जीवन के एक क्षेत्र से अगले क्षेत्र में ओवरफ्लो को रोकने में मदद करता है।
7. हर पल में खुशी ढूढ़े।
हममें से बहुत से लोग ऑफिस में ज्यादा समय बिताते हैं, ऐसे थकान और बोरियत महसूस होना लाजमी है। इसलिए उन पलों को और अधिक आनंदमय बनाने में ही समझदारी है।
अपने काम में अधिक आनंद लाने के लिए आप कुछ सरल चीजें कर सकते हैं। हर एक पल में ख़ुशी ढूढने की कोशिश करें। जैसे- किसी स्थिति की नकारात्मकता और नाटक पर ध्यान केंद्रित करने की बजाय सहकर्मियों को उसके मज़ेदार पक्ष को देखने में मदद करें।
‘हैलो’ कहें और लोगों को देखकर मुस्कुराएं। दूसरों से ऐसा बर्ताव करें जैसा बर्ताव आपको अपने लिए चाहिए; यानी दयालुता के छोटे-छोटे कामों का अभ्यास करें। उन छोटे बदलावों से शुरू करें जिन्हें आप आसानी से कर सकते हैं और तब तक चलते रहें जब तक आप जीवन को अधिक संतुलित न कर दें।
निष्कर्ष: (7 Easy Steps to better balance in Life in Hindi)
यह थे “7 Easy Steps to better balance in Life: जीवन में संतुलन के लिए 7 आसान उपाय।” आशा है इससे आपको कुछ नया सीखने को मिला होगा। इन तरीकों को अमल में लाने से जीवन और कार्यों के बीच बेहतर संतुलन बनाया जा सकता है।
आपको हमारा यह लेख “Easy Steps to better balance in Life: जीवन में संतुलन के लिए 7 आसान उपाय” पसंद आया है और आपके लिए यह उपयोगी साबित हो सकता है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।
धन्यवाद!