How to motivate yourself in Hindi? अपने आप को हमेशा Motivate कैसे करें?, How to motivate yourself All-Time in Hindi?, खुद को मोटिवेट कैसे रखें?, सेल्फ मोटिवेशन क्या है? मोटिवेशन का हिंदी क्या है?
आज कल अक्सर लोगों के साथ यह जरूर होता हैं कि वो कोई मोटिवेशनल वीडियो या कोई बहुत ही इंस्पायरिंग फिल्म देख लें उसके बाद उनके अंदर ढेर सारा मोटिवेशन आ जाता है। उसके तुरंत बाद ही वे निश्चय कर लेते हैं कि नहीं, अब बहुत हो गया अब तो मैं टाइम पास नही करूँगा और बहुत कुछ करके दिखाऊंगा वो भी जल्दी से जल्दी।
जबकि दूसरे ही दिन उनका सारा मोटिवेशन हवा में कही गायब हो जाता हैं और वापस अपनी सामान्य लाइफ स्टाइल में आ जाते हैं। यह एक बहुत बड़ी समस्या हैं जिसका ज्यादातर लोग सामना करते हैं।
अगर आप भी उनमें से एक हैं तो आज आप 7 ऐसी तकनीक जानेंगे जो आपको खुद से हमेशा Motivate रहने में मदद करेंगे। इन सिद्धांतों को अच्छे से समझने के बाद आशा है कि आप अपने आप को खुद से Motivate करना सीख जाएंगे। जो जिंदगी भर आपके काम आएंगे।
तो आइए सीखते हैं।– अपने आप को मोटिवेट कैसे रखें? (Apne Aap ko Motivate Kaise Kare?)
खुद को हमेशा मोटीवेट कैसे रखें?- How to motivate yourself everyday in Hindi?
आपका समय सीमित है, इसका सही इस्तेमाल करें। – How to motivate yourself in Hindi
आप कोई खेल जैसे क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस आदि खेलते हैं, तो उस खेल के लिए आपको एक निश्चित समय या वोवर दिए जाते हैं, अपना अधिकतम स्कोर बनाने के लिए। उस निश्चित समय में सभी खिलाड़ी पूरी मेहनत से और जान लगाकर खेलते हैं। जिससे वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके खेल में जीत हासिल कर सकें।
सोचिये अगर आपसे कहा जाय कि खेल के लिए कोई निश्चित समय नहीं हैं। बस खेलते रहना है, तो क्या आप उसी जोश और शक्ति के साथ हमेशा खेलते रहेंगे? मेरा मानना है ‘नहीं’। “कभी नहीं।”
क्योंकि सभी खिलाड़ी सोचने लगेंगे कि उनके पास बहुत समय है, वो जब चाहे ज्यादा मेहनत करके ज्यादा स्कोर हासिल कर सकते हैं।
इसी सोच के कारण और ऐसे ही अन्य कारणों से धीरे-धीरे खेल के प्रति उनका फोकस और Motivation खत्म होने लगता है।
ठीक यही नियम आपके निजी जीवन और लक्ष्यों पर भी लागू होता है। हममें से ज्यादातर लोग अपना जीवन ऐसे जीते है जैसे उनका समय कभी खत्म ही नहीं होगा। वे सोचते हैं कि उनके पास बहुत समय है, सब कुछ आराम से करेंगे।
जबकि सच तो ये है कि हमारे पास उतना समय नही है, जितना कि हम सोच कर अपनी जिंदगी को वेस्ट कर रहे हैं। आप इस कड़वी सच्चाई को समझें और उसे स्वीकार करें।
जिससे इस सीमित जीवनकाल में आप उन सपनों को पूरा कर पाएं जिन्हें आप देखते हैं। अंत में आपको इस बात का पछतावा न हो कि अब बहुत देर हो चुकी हैं।
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Motivation के ‘दुश्मन’, यानी ‘मन’ के डर को दूर करें
जब हम किसी बड़े लक्ष्य को तय करने के बारे में विचार करते हैं तो अनगिनत भय और आशंकाओं के विचार हमसे जुड़ जाते हैं। जो हमारा ध्यान उन विचारों पर केंद्रित करते हैं जो कि हमें कदम बढ़ाने से रोकते हैं। जबकि हमारा सारा ध्यान उन विचारों पर केंद्रीत होना चाहिए जिन्हें हम साकार रूप देना चाहते हैं। क्योंकि भय के विचारों से हम नकारात्मकता से भर जाते हैं और लक्ष्य प्राप्ति के लिए कोई भी कदम उठाने से पहले हमें डर लगने लगता हैं।
ऐसे में हमें इस बात को ध्यान में रखना चाहिए कि किसी भी नए निर्णय को लेने से पहले सोच विचार करना अच्छा होता है। लेकिन मन के नकारात्मक विचारों से डर कर कदम बढ़ाने से खुद को रोक लेना सही विकल्प नहीं है। इसलिए अब लक्ष्य निर्धारित कर लेने के बाद मन की सभी चिंताओ और डर का साथ छोड़ दीजिए
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हमेशा Motivate रहने के लिए एक ही लक्ष्य पर ध्यान केंद्रीत करें।
“आप कितने भी महान क्यों न हों, एकाग्रचित्त होकर ही आप महान कार्य कर सकते हैं।“
-बिल गेट्स
किसी भी लक्ष्य के लिए एकाग्रचित्त होना उस लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए पहली जरूरत होती हैं। अगर आप किसी एक लक्ष्य के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित हैं तो बिना किसी भटकाव के आसानी से उस लक्ष्य को अचीव किया जा सकता हैं। लेकिन अगर आपका ध्यान दूसरी जगहों या चीजों पर चला जाय तो मन के भटकने में जरा भी देर नही होती। और यह आपकी ऊर्जा और मोटिवेशन दोनों के स्तर हो कम कर सकता है।
जब आप अपने द्वारा बनाये गए लक्ष्य से अलग हटकर अन्य चीजों पर ध्यान लगाते हैं तो आप खुद को कमजोर करने लगते हैं। और अंत में परिणाम यह होता है कि आप समस्याओं, काम की थकान और असफलता जैसी नकारात्मक विचारों से घिरने लगते हैं। जो आपको आपके लक्ष्यों से पीछे धकेलते हैं। इन सब से बचने के लिए अपने जीवन में हमेशा स्पष्ट लक्ष्य बनाइए और इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके द्वारा किया हुआ हर कार्य उस लक्ष्य की प्राप्ति में उठाया गया एक कदम होना चाहिए।
एक लक्ष्य पर बने रहने पर ही उसकी दिशा में आगे बढ़ सकेंगे और समय रहते वहां तक पहुंच भी सकेंगे। एक साथ अनेक निशाने को भेदने के प्रयास में एक भी लक्ष्य तक पहुंच नहीं पाते और भटकना भी निश्चित हो जाता हैं।
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बड़े लक्ष्य को छोटे भागों में बांट लें। फिर काम को खत्म करें।
आप अपने जीवन में सफल होने के लिए एक बड़ा लक्ष्य बनाते हैं। उसे प्राप्त करने के लिए मेहनत भी करते हैं। लेकिन फिर भी आपके मन में उस लक्ष्य के पूरा होने को लेकर अनेकों आशंकायें बनी रहती हैं। कुछ समय बाद आपका मन भटकने लगता हैं और आपका Motivation भी कम होने लगता है।
दोस्तों बड़े लक्ष्य को आसानी से प्राप्त करने का सबसे बेहतरीन उपाय यह है कि आप सबसे पहले बड़े लक्ष्य को छोटे भागों में बांटकर उन सभी के लिए समय निर्धारित कर लें। फिर सही प्लानिंग और कड़ी मेहनत के साथ उनके निस्चित समय में पूरा करें। जैसे-जैसे आप इन छोटे लक्ष्य को पूरा करते जाते हैं, आपके उत्साह और मोटिवेशन का स्तर समय के साथ बढ़ता जाता है। इसी तरह एक दिन ऐसा आता हैं कि आप अपने सपने को पूरा कर लेते हैं। उस बड़े लक्ष्य तक पहुंच जाते हैं जिसे आप पूरा करना चाहते थे।
अपने लक्ष्य के लिए खुद से सवाल करें।
जीवन में सफलता के लिए लक्ष्य पर काम करते हुए जब कभी आपके मन में यह विचार आये की आज तो बहुत हो गया। आज तो बहुत काम कर लिया तो उस समय अपने आपसे यह सवाल करें कि ऐसा क्या हैं जिसकी वजह से मैं इस कैरियर को सेलेक्ट किया। जिसके लिए मैं इतनी मेहनत कर रहा हूँ।
अपने उस ‘क्यों’ को ठीक ढंग से जाने। अगर आपके कार्य करने की वजह मजबूत है। आपका उद्देश्य निश्चित है और उसे प्राप्त करने की आपकी इच्छा प्रबल है तो आप अपनी पूरी यात्रा को सफलता पूर्वक तय कर सकोगे। और आपको किसी भी बाहरी Motivation की आवश्यकता नही होगी।
आपके फील्ड से जुड़े लोगों के अनुभवों को जानिये, पढ़िए।
लोग कहते हैं कि असफल लोगों की कहानी पढ़ने से आप ऐसी गलतियों से बच सकते हैं जो पहले की जा चुकी हैं। लेकिन मैं आपको यह बताना चाहूंगा कि सिर्फ असफल लोगों की कहानी से आप केवल उन गलतियों के बारे में ही जान सकते हैं, जो पहले की जा चुकी हैं।
जबकि अपने क्षेत्र के सफल लोगों की कहानी आपको यह सिखाती हैं कि आप उन मुश्किलों का सामना किस तरह से कर सकते हैं। सफल लोगों के जीवन में भी मुश्किलें आती हैं, वो उनका सामना करते हुए अपने कैरियर में सफलता हासिल करते हैं।
आप जिस भी फील्ड में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं। उस क्षेत्र के सफल लोगों की किताबें, जीवनी जरूर पढ़े। इसके अलावा आप हर रोज अपने पसंद के विषयों से संबंधित, नई चीजों के बारे में अथवा ब्लॉग या साहित्य पढ़ने की आदत बनाये। इससे आप नए विचारों को जान पाएंगे और हमेशा खुद को Motivate भी कर पायेंगे।
खुद से सकारात्मक बात करें और अपनी क्षमता पर विश्वास करें।
मनोविज्ञान में बहुत से ऐसे सिद्धांत हैं जो हमें यह सिखाते हैं कि अपने आप से सकारात्मक झूठ बोलना कभी-कभी आपके लिए फायदामंद साबित हो सकता है। उदाहरण के लिए- अगर आप मन बहुत दुःखी है और उस समय आप अपने आप से ये बोलो की नहीं! मैं दुखी नहीं हूं, मैं अच्छा महसूस कर रहा हूँ। तो उस समय आप अपने मस्तिष्क को यह संदेश देते हो कि आप दुखी नही हो। और थोड़ा ही सही पर पहले से अच्छा महसूस करने लगते हो।
इसी तरह आप खुद से सकारात्मक बात करें। अपने आप को बताए कि आपके अंदर वो काबिलियत है जिसे आप पूरा करना चाहते हैं। आप अपने लक्ष्य को अचीव कर सकते हैं।
खुद को मोटिवेट कैसे रखें? – How to motivate yourself at work in Hindi?
निष्कर्ष:
जब आप खुद को यह विश्वास दिलाते हो कि आप कर सकते हो, आपका अपनी क्षमता पर विश्वास ही आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता हैं। खुद से की गई पॉजिटिव बातचीत Self Motivate रहने में मदद करेगा। और आपके गोल को भी पूरा करने में आपकी मदद करेगा।
मोटिवेशन को बनाये रखने के ये कुछ तरीके आपके के लिए हैं। इन्हें अपनाकर आप अपने मोटिवेशन के स्तर को बढ़ाने में खुद की मदद कर सकते हैं। अगर आपको यह लेख पसंद आया तो इसे दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।
धन्यवाद।